
प्राचार्य का संदेश
प्रिय छात्र एवं छात्राओं ,
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी से समबद्ध जनपद के उरई शहर में अनुदानित और असाशकीय श्रेणी में 1969 में संस्थापित गांधी महाविद्यालय देश की और मुख्यतः इस अंचल की नव युवा पीढ़ी को अपने दायित्वों से अवगत कराकर आदर्श नागरिक के रूप में राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निर्वहन करने हेतु शिक्षा प्रदान करने के लिए कृत संकल्पित हैं । यह नव युवा पीढ़ी श्रेष्ठ और जागरूक नागरिक बने इस क्रम में विश्वविद्यालय , महाविद्यालय , प्रबंध तन्त्र , प्राचार्य , शिक्षक और शिक्षार्थी श्रृंखलाबद्ध हैं और अपने – अपने दायित्वों को पूरा करने के प्रति कटिबद्ध है महाविद्यालय स्नातक स्तर पर 11 विषयों के साथ 6 विषयों में स्नातकोत्तर शिक्षा उपलब्ध करा रहा है । हिन्दी विषय में शोध सुविधा के अतिरिक्त यहां शिक्षक शिक्षा स्नातक ( बी.एड. ) की शिक्षा प्रदान की जाती है । साथ ही छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु महाविद्यालय में एन.सी.सी. , एन.एस.एस. , रोवर्स रेंजर्स ज्सी पाठ्यक्रमेत्तर गतिविधियाँ संचालित होती हैं । भविष्य में हम सभी का शिक्षा और शोध के नये सोपानों को छूने का प्रयास रहेगा । मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आदर्श नवयुवा सृजन की इस यात्रा में सभी शिक्षार्थी एक अनुशासित और अध्ययनशील छात्र के रूप में अपने भविष्य को संवारने हेतु अपने विद्वान शिक्षकों के अनुभवों और ज्ञान का लाभ प्राप्त कर न केवन अपना अपितु संस्थान का नाम रोशन कर जागरूक नागरिक की भूमिका का निर्वाहन करते हुये राष्ट्रहित में अपनी ऊर्जा का प्रयोग कर अपने देश को गौरवान्वित करेंगे । जय शिक्षक , जय शिक्षार्थी